मंगलवार, 27 जुलाई 2010

थ्रीसम सेक्स

मैं और मेरी पत्नि दोनों पिछले बीस सालों से शादी सुदा जिन्दगी बिता रहे हैं. दोनों हर तरह से खुश है. हमारी सेक्स लाइफ बहुत ही अच्छी रही है. मेरी उम्र बयालीस साल और मेरी पत्नि की चालीस साल है. मैंने कुछ दिन पहले घर में कंप्यूटर लिया. मेरा बेटा होस्टल में पढ़ रहा है. हम दोनों अकेले ही रहते हैं. रात को अक्सर हम एक साथ कंप्यूटर पर सेक्सी तस्वीरें और फ़िल्में देखते रहते. हमने ये आदत पड़ गई थी कि रोज कम से कम डेढ़ - दो घन्टे तक हम कंप्यूटर पर ऐसी फिल्मे देखते हुए सेक्स नहीं करते तो हमें नींद नहीं आती. हम कहीं ब ही जाते रात को ग्यारह बजे तक कैसे भी लौट आते क्यूंकि हमारा समय फिक्स था.
एक दिन हम दोनों ने एक फिल्म देखी जिसमे एक मर्द दो-दो औरतों के साथ सेक्स कर रहा था. वो कभी को लेटा तो कभी दूसरी को. तीनों अलग अलग सेक्स मुद्राएँ कर रहे थे. ना जाने क्यूँ हम दोनों को ये बहुत ही अच्छा लगा. इसके बाद हम अक्सर ऐसी तस्वीरें और फ़िल्में देखने लगे. मेरे मन में कई बार आता कि आखिर हमें ऐसा कब मौका मिलेगा जब एक और हमारे साथ आ जायेगी. लेकिन मन ही मन पत्नी से डर भी लगता था. यही हालत पत्नि की थी. हालांकि ये मुझे पाता नहीं था और ना ही मेरे मन की यह बात मेरी पत्नि को पता थी.
मेरी साली एक बार दिल्ली से अपने पति के साथ आई. उसके पति किसी दौरे पर थे. दो दिन के लिए दोनों आये थे. मेरे मन में मेरी साली को देखते ही थ्रीसम सेक्स की बात मन में आई लेकिन पत्नि का ख़याल आते ही मैं मन मसोस कर रह गया. मेरी पत्नि के दिल में भी यही ख़याल आया लेकिन वो भी मेरे डर से कुछ ना बोली. मेरी साली दो दिन के बाद वापस लौट गई. अब धीरे धीरे हम दोनों के मन में ये इच्छा जोर पकड़ने लगी कि तीसरी कोई मिल जाय. दिन बीतते गए लेकिन हमारी ये इच्छा पूरी ना हो पा रही थी. आखिर एक दिन मेरी पत्नि ने मुझसे कह ही दिया " पता नहीं अब हमारी यह इच्छा पूरी होगी भी या नहीं. मेरी बहन मोना आई थी तो मेरे मन में ख़याल आया था लेकिन तुम्हारा डर लग रहा था." मैंने भी मेरी पत्नि को जब यही बात कही तो हम दोनों हो चौंक गए. मैं बोला " अगर हम दोनों तैयार भी हो जाएँ तो क्या मोना कभी तैयार होगी?" मेरी पत्नि रमोला भी इस बात से सोच में पड़ गई.
रविवार का दिन था. मेरे एक मित्र का फोन आया. वो बीती रात किसी मसाज पार्लर गया था वहां का किस्सा सुना रहा था.उस के किस्से से मेरी आँखों में चमक आ गई. मैंने मेरे मित्र से वहां का पता लिया और पार्लर चला गया. मैंने उसी लड़की से बात की और हम मियाँ-बीवी के मन की बात कही. उस लड़की ने अपनी दूसरी लड़की को मुझे मिलवाया और कहा कि ये तैयार है आप इसे ले जा सकते हो. हमने शनिवार के रात तय कर ली. मैंने घर आकर अपनी पत्नि को यह बात बता दी. वो रमोला बहुत ही खुश हो गई. रमोला ने विडिओ कैमरा इस तरह से फिट किया कि हमारा पूरा पलंग कवर हो गया. शनिवार की रात वो लड़की शाहिदा हमारे घर पहुँच गई. शाहिदा बहुत ही सेक्सी फिगर वाली थी. उसकी उमर करीब पच्चीस साल थी. उसके स्तन बहुत उभरे हुए थे. पहले तो हम तीनों ने ही शरबत पिया फिर इसके बाद बेड रूम में आ गए. शाहिदा ने अपने कपडे उतार दिए. अब वो केवल ब्रा और पैंटी में रह गई थी. मैंने भी अपने और रमोला के कपडे उतारे. मैं केवल अंडर वेअर में और रमोला ब्रा-पैंटी में रह गई. शाहिदा हम दोनों के करीब आई और बोली " आप डरो नहीं. मैं आपको सब कुछ करवा दूंगी. हम तीनों की ये रात यादगार बनेगी." शाहिदा ने फिर मुझे और रमोला को गालों पर बारी-बारी से चूमा. हम तीनों ने एक गूजे को बाहों में भर लिया. अब अहम तीनों ने एक दूजे को चूमना शुरू कर दिया. धीरे धीरे हम तीनों के गाल और गरदन के हिस्सों के साथ साथ होंठ भी गीले हो गए थे. हम तीनों ने एक दूजे को इतना ज्यादा चूमा था.
शाहिदा ने अब रमोला को अपनी बाहों में भर लिया और मुझे कहा " आप अहम दोनों को सभी जगह चूमो." मैंने उन दोनों को सभी जगह चूमना शुरू किया. उधर शाहिदा और रमोला एक दूजे को चूम रही थी. इसके बाद शाहिदा ने हम तीनों के बचे हुए कपडे भी खोल दिए. अब शाहिदा ने रमोला को पलंग पर सीधा लेटने को कहा. फिर शाहिदा रमोला के ऊपर उलटा लेट गई. शाहिदा ने मुझे कहा " आप हम दोनों के जननांग जहाँ मिल रहे हैं उस जगह के बीच में अपना गुप्तांग फंसाओ और रगडो. देखो कैसा मजा आता है." मैंने वैसा ही किया. मेरे साथ साथ शाहिदा और रमोला को भी जबरदस्त मजा आने लगा. हम तीनों के गुदगुदे हिस्से आपस में टच होने से बहुत ही गीलापन हो रहा था और हम तीनों पर ही नशा छाने लगा था. इसके बाद शाहिदा ने मुझे रमोला के जननांग को गीला करने के लिए कहा. मैंने अपना लिंग रमोला के जननांग में घुसेड दिया. रमोला लेती हुई थी जबकि मैं उसकी टांगें नीचे से पकड़कर खड़ा होकर लिंग को अन्दर बाहर कर रहा था. अब शाहिदा रमोला के ऊपर कुछ इस तरह से खड़ी हुई कि उसका मुंह मेरे मुंह के सामने था और उसका नीचे वाला हिस्सा रमोला के गुप्तांग से टकरा रहा था. शाहिदा मेरे होंठों को चूमे जा रही थी. मैं उसके स्तनों को मसले जा रहा तह और साथ ही साथ रमोला के जननांग में अपने लिंग को अन्दर बाहर किये जा रहा था. हम तीनों को इस से भी बहुत मजा आया. थोड़ी देर के बाद रमोला और शाहिदा ने आपस में अपनी अपनी जगहें बदल ली.
इसके बाद शाहिदा और रमोला आमने सामने अपनी टांगों को कैंची की तरह फंसाकर बैठ गई. वो एक दूसरे की तरफ खिसककर करीब आ गई. उन दोनों के गुप्तांग और जननांग आपस में सटकर चिपक गए. मैं इस तरह से उनपर लेता कि मेरा गुप्तांग उन दोनों के गुप्तांग तथा जननांग के बीच की जगह में चला गया. इस तरह से हम तीनों के गुप्तांग आपस में मिल गए और एक अलग तरह का गीलापन और गुदगुदपन हम तीनों को ही महसूस होने लगा. हमने इस पोजीशन का काफी देर तक मजा लिया. शाहिदा हम दोनों को लगातार जोश दिलाये जा आरही थी.
इसके बाद शाहिदा ने मुझे अपने और रमोला के बीच में लेकर सैंडविच मसाज किया. अब हम तीनों पर ही जबरदस्त नशा छा चुका था. शाहिदा ने अब मुझे कहा " हम दोनों दीवार के सहारे खड़ी हो जाती हैं." वे दोनों दीवार के सहारे खड़ी हो गई. शाहिदा ने अपनी एक टांग इस तरह से उठाई कि उसका जननांग खुल गया और मेरे सामने आ गया. शाहिदा के इशारे से मैंने अपने गुप्तांग को शाहिदा के जननांग में डाल दिया आर उसकी उठी हुई टांग को अपने हाथ से पकड़ कर और ऊंचा उठा दिया.. मैंने काफी देर तक अपने लिंग को अन्दर बाहर किया. फिर रमोला भी इसी तरह से खड़ी हो गई. उसके साथ भी मैंने यैसा ही किया. मैंने तीन तीन बार दोनों को खूब जोर जोर से हिला दिया.
अब हम तीनों ही थक गए थे. हम आराम करने बैठ गए. शाहिदा ने अपने साथ लाया एक एनेर्जी ड्रिंक हम सभो को पिलाया. मैं और रमोला शाहिदा के कहे अनुसार कर बहुत ही अच्छा महसूस कर रहे थे. कुछ देर के आराम के बाद शाहिदा ने रमोला को अपने साथ पलंग पर लिटाया. दोनों उलटा एक दूसरे के ऊपर लेट गई और अपनी अपनी टांगें फैला दी. मैंने दोनों की तान्ग्के बीच में खुद को खडा कर लिया और शाहिदा और रमोला के जननांगों को बारी बारी से अपने लिंग से भीतर तक भेदना शुरू किया.
हम दोनों को ही ऐसा लगा कि शाहिदा शायद इससे पहले भी इस तरह से कई बार थ्रीसम सेक्स कर चुकी है. मैंने शाहिदा से यह पूछ ही लिया. शाहिदा बोली " मैं कभी किसी के घर नहीं गिये पहला मौका है. आप की उमर और थ्रीसम सेक्स के बारे में उत्सुकता को देखते हुए मैंने हाँ कहा. मैं समझ गई कि आपकी नीयत खराब नहीं है. अब आप जब भी जी चाहे मुझे फोन कर देना मैं आ जाऊंगी. मेरी सहेली जया भी इस तरह का काम करती है. अरे हाँ ! परसों छुट्टी है. मैं जया को लेकर आ जाती हूँ. हम फोरसम सेक्स करेंगे, आप दोनों बहुत मजा आयेगा. " मैं और रमोला ख़ुशी से पागल हो गए.
रात को हम तीनों ने साथ ही खाना खाया. शाहिदा से केवल यहाँ तक की ही बात हुई थी. मैंने शाहिदा को तय रकम दे दी. शाहिदा ने रूपये लिए और बोली " मैंने आप की ख़ुशी को देखकर यह फैसला किया ई कि मैं आज की रात यहीं रुक जाऊंगी. हम तीनों आज की रात भी साथ गुजरेंगे. मैं जया से भी अभी फोन आर आत कर लेती हूँ. अगर वो कल कहीं नहीं जानेवाली तो उसे भी आज ही रात से कल की रात तक के लिए बुला लेती हूँ." मैं और रमोला एक दूसरे की तरफ देखकर मन ही मन रोमांचित हो गए. शाहिदा ने फोन पर जया से बात की. जया कहीं थी. उसने कहा कि वो सवेरे आठ बजे तक पहुँच जायेगी.
रमोला ने होम डिलवरी से आइसक्रीम मंगवाई. शाहिदा ने रमोला को आइक्रीम खिलाई और फिर अपनी जीभ से उस आइसक्रीम को निकालकर एरे मुंह में डाल दी. फिर मैंने और रमोला ने भी ऐसी ही किया. जब तक आइसक्रीम ख़तम नहीं हुई तब तक हम युहीं करते रहे. इससे उत्तेजना बहुत बढ़ गई. अब शाहिदा ने मेरे और रमोला के अपने साथ ले इक तेल से मसाज किया. बदले में मैंने और रमोला ने भी शाहिदा के मसाज किया. शाहिदा ने इसके बाद एक और बोतल से काफी गाढ़ा तेल निकाला और मेरे लिंग पर लगा दिया. उसने यह तेल रमोला के भी गुप्तांग और जननांग वाली जगह पर खूब सारा लगा दिया. रमोला ने फिर शाहिदा के भी गुप्ताग और जननांग वाली जगह पर ढेर सारा तेल लगा दिया. अब मैंने हले शाहिदा और उसक एबाद रमोला के जननांग में जब अपना लिंग डाला तो चिकनाई की वजह से लिंग तुरंत अन्दर घुस गया और एकदम अन्दर गहराई तक चला गया. मैं बारी बारी से दोनों के जननांगों को अपने लिंग से भेदने लगा. हम तीनों के जिस्म तेल की मसाज के कारण इतने चिकने हो गए थे कि आपस में रगड़ने के समय फिसल रहे थे और हममे उत्तेजना बढती ही जा रही थी. आखिर में रमोला के कहने पमैने शाहिदा के जननांग में अपने लिंग से पिचकारी छोड़ दी. शाहिदा मदहोश हो गई और रमोला के होंठों से अपने होंठ मिलाकर आपस में रस पान करने लगी. रात को हम करीब एक बजे सो गए क्यूंकि सवेर आठ बजे जया आने वाली थी.
हम तीनों सात बजे उठगये और शाहिदा के खाने पर एक साथ ही नहाये. साबुन के झाग में आपस में एक दूसरे के जिस्म से चिपकना बहुत ही अच्छा लग रहा था. रमोला ने मुझे इशारा किया और मैंने साबुन के झाग से ढके हुए उसके जननांग में अपना लिंग डाल दिया. शाहिदा भी मुझसे लिपट गई. अब मेरा लिंग रमोला के अन्दर था और मेरी एक ऊंगली शाहिदा के जननांग के अन्दर. दोनों ही तड़प रही थी. मैं कभी रमोला के होंठों को चूमता तो कभी शाहिदा के होंठों को. आखिर में मैंने शाहिदा और रमोला दोनों के होंठों को आपस में मिलाकर अपने होंठो से एक साथ चूम लिया. मेरा लिंग अब बेकाबू हो गया और रमोला का जननांग पूरा भर गया और थोडा रस बाहर आकर बहने लगा. रमोला के जननांग से भी रस बाहर आने लगा. हम तीनों आपस में कसकर लिपटे हुए थे. नहाने के बाद हम निराश हो गए क्यूंकि जया का फोन आ गया कि उसे एक बहुत ही अच्छा ग्राहक मिला गया है और वो वहां जा रही है. शाहिदा भी नाश्ते के बाद अपने घर चली गई. आज भी हम दोनों शाहिदा को महीने में एक बार बुला लेते हैं. लेकिन जया आज तक नहीं आ सकी है. हम उसी का इंतज़ार कर रहे हैं.

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